बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना. बारिश की पहली बूंदो को, तुम हथेली में छुपा लेना.
कोई लौटा दे फिर वही दिन... कोई लौटा दे फिर वही दिन...
हे नारी तू अभिमान भी कर... हे नारी तू अभिमान भी कर...
आज तू मयस्सर नहीं मेरे रूबरू तनहा शायर हूँ आज तू मयस्सर नहीं मेरे रूबरू तनहा शायर हूँ
तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी… तिल्ली की नोंक सी चुभती है, तनहाई मेरी…
अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ... अगर ज़िंदगी की शाम हो जाये ...